



हमें फॉलो करें
भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) ने टोक्यो ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा के सम्मान में एक और बड़ा कदम उठाया है। नीरज ने सात अगस्त को ही टोक्यो ओलंपिक 2020 में एथलेटिक्स में भारत को…
भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) ने टोक्यो ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा के सम्मान में एक और बड़ा कदम उठाया है। नीरज ने सात अगस्त को ही टोक्यो ओलंपिक 2020 में एथलेटिक्स में भारत को पहला गोल्ड मेडल दिलाया है और उसके बाद से देश में हर तरफ उनका सम्मान हो रहा है। ऐसे में एएफआई ने नीरज के सम्मान में देश में हर साल सात अगस्त को ही भाला फेंक टूर्नामेंट आयोजित कराने का फैसला किया है। एएफआई ने यह फैसला नीरज को सम्मानित करने के लिए आयोजित किए गए एक सम्मान समारोह के दौरान किया।
इंडिया टूडे की रिपोर्ट के मुताबिक, एएफआई ने नीरज समेत उन सभी खिलाड़ियों का सम्मान किया, जिन्होंने टोक्यो ओलिंपिक में एथलेटिक्स में भारत का प्रतिनिधित्व किया है। मंगलवार को आयोजित इस सम्मान समारोह में एएफएआई के चेयरमैन ललिट भनोट भी मौजूदा थे और उन्होंने ही नीरज के सम्मान में देश में हर साल सात अगस्त को भाला फेंक टूर्नामेंट आयोजित कराने का फैसला किया। उन्होंने कहा, ‘ एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया की योजना समिति ने भाला फेंकने को बढ़ावा देने का फैसला किया है और हर साल 7 अगस्त को पूरे देश में प्रतियोगिताओं का आयोजन करेगी क्योंकि नीरज चोपड़ा ने इस दिन टोक्यो में स्वर्ण पदक जीता था।’
टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर नीरज ने इतिहास रच दिया है। वह अब ओलंपिक खेलों में व्यक्तिगत स्पर्धाओं में गोल्ड मेडल जीतने वाले दूसरे भारतीय बन गए हैं। उनसे पहले अभिनव बिंद्रा ने 2008 बीजिंग ओलंपिक में 10 मीटर एयर राइफल इवेंट में गोल्ड मेडल जीता था। चोपड़ा ने 2018 में एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों में गोल्ड मेडल जीता था। लेकिन हाथ में चोट लगने के कारण और कोविड-19 महामारी के कारण वह लगभग दो वर्षों तक खेलों से दूर रहे थे।